🌐 वैश्विक आर्थिक परिदृश्य: IMF की अप्रैल 2025 वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक रिपोर्ट का विश्लेषण
📉 वैश्विक आर्थिक वृद्धि: मंदी के संकेत
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की अप्रैल 2025 की वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक रिपोर्ट के अनुसार, वैश्विक आर्थिक वृद्धि दर 2025 में 2.8% रहने का अनुमान है, जो पहले के 3.3% के अनुमान से कम है। यह कमी मुख्य रूप से अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते व्यापार तनावों और उच्च टैरिफ के कारण हुई है, जिससे वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाएं प्रभावित हुई हैं।
🇮🇳 भारत की आर्थिक स्थिति: स्थिरता के संकेत
IMF ने भारत की FY25 (2024-25) के लिए GDP वृद्धि दर का अनुमान 6.5% पर स्थिर रखा है। यह पूर्वानुमान मजबूत घरेलू मांग, ग्रामीण खपत में सुधार, और सरकारी खर्च में वृद्धि के आधार पर आधारित है।
- FY24 (2023-24): 8.2%
- FY25 (2024-25): 7%
- FY26 (2025-26): 6.5%
इसके अतिरिक्त, IMF ने FY25 के लिए भारत की खुदरा मुद्रास्फीति दर 4.4% और FY26 के लिए 4.1% रहने का अनुमान लगाया है।
🌍 अन्य प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं की स्थिति
- संयुक्त राज्य अमेरिका: 2025 में GDP वृद्धि दर 1.8% रहने का अनुमान है, जो पहले के 2.6% के अनुमान से कम है।
- चीन: 2025 में GDP वृद्धि दर 4% रहने का अनुमान है, जो पहले के 4.8% के अनुमान से कम है।
- जापान: 2025 में GDP वृद्धि दर 0.6% रहने का अनुमान है, जो पहले के 0.9% के अनुमान से कम है।
📊 निष्कर्ष
IMF की रिपोर्ट के अनुसार, वैश्विक आर्थिक वृद्धि दर में मंदी के संकेत हैं, जबकि भारत की अर्थव्यवस्था स्थिरता की ओर बढ़ रही है। भारत की मजबूत घरेलू मांग और सरकारी नीतियों के चलते, देश वैश्विक आर्थिक अस्थिरता के बावजूद अपनी वृद्धि दर बनाए रखने में सक्षम है।


