संयुक्त राष्ट्र में भारत का रुख: सिंधु जल संधि फिलहाल स्थगित रहेगी
24 मई 2025 को भारत ने संयुक्त राष्ट्र में स्पष्ट किया कि सिंधु जल संधि (Indus Waters Treaty) फिलहाल स्थगित रहेगी। भारत ने यह निर्णय पाकिस्तान द्वारा सीमा पार आतंकवाद के समर्थन के चलते लिया है।
🏞️ सिंधु जल संधि: एक ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
सिंधु जल संधि 1960 में भारत और पाकिस्तान के बीच विश्व बैंक की मध्यस्थता से हस्ताक्षरित हुई थी। इस संधि के अंतर्गत, भारत को तीन पूर्वी नदियों—रावी, ब्यास और सतलुज—का नियंत्रण मिला, जबकि पाकिस्तान को तीन पश्चिमी नदियों—सिंधु, झेलम और चिनाब—का अधिकार प्राप्त हुआ। यह संधि अब तक तीन युद्धों और कई संघर्षों के बावजूद बनी रही थी।(Reuters)
🛑 भारत का निर्णय: संधि का स्थगन
23 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 लोगों की मृत्यु हुई। भारत ने इस हमले के पीछे पाकिस्तान-समर्थित आतंकवादियों का हाथ बताया। इसके जवाब में, भारत ने सिंधु जल संधि को स्थगित करने का निर्णय लिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट किया कि पाकिस्तान को उन नदियों का पानी नहीं मिलेगा, जिन पर भारत का अधिकार है। (Reuters)
🌐 संयुक्त राष्ट्र में भारत का रुख
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि, परवथनेनी हरीश, ने कहा कि संधि तब तक स्थगित रहेगी जब तक पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद का समर्थन करना बंद नहीं करता। उन्होंने पाकिस्तान को “आतंकवाद का वैश्विक केंद्र” बताया और कहा कि भारत को पाकिस्तान के प्रचार के जवाब में यह कदम उठाना पड़ा है।
🇵🇰 पाकिस्तान की प्रतिक्रिया
पाकिस्तान के विपक्षी नेता सैयद अली ज़फ़र ने भारत के इस कदम को “जल बम” करार दिया और सरकार से तत्काल कार्रवाई की मांग की। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि स्थिति को नियंत्रित नहीं किया गया, तो पाकिस्तान में अकाल जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
⚖️ अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया
भारत के इस निर्णय पर कुछ देशों ने चिंता व्यक्त की है। स्लोवेनिया, जो संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य है, ने भारत के इस कदम पर सवाल उठाए हैं, यह कहते हुए कि पानी को एक संवैधानिक अधिकार माना जाना चाहिए। (@EconomicTimes)
🔍 निष्कर्ष
भारत का सिंधु जल संधि को स्थगित करने का निर्णय एक महत्वपूर्ण भू-राजनीतिक कदम है। यह निर्णय पाकिस्तान द्वारा आतंकवाद के समर्थन के खिलाफ एक कड़ा संदेश है। हालांकि, यह कदम क्षेत्रीय स्थिरता और जल सुरक्षा पर भी प्रभाव डाल सकता है। (Image स्रोत: TV9 भारतवर्ष – सिंधु जल संधि तब तक स्थगित रहेगी जब तक आतंकवाद नहीं रुकेगा: पाकिस्तान को विदेश मंत्री एस जयशंकर का जवाब)


