ड्रग केस में बिक्रम मजीठिया पर शिकंजा कसता जा रहा है: पंजाब और हिमाचल में विजिलेंस की छापेमारी

📅 प्रकाशन तिथि: 30 जून 2025
✍️ लेखक: Bharatdrishti


🧿 परिचय

पंजाब की राजनीति में भूचाल मचाने वाला ड्रग माफिया नेटवर्क एक बार फिर चर्चा में है। इस बार शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया को केंद्र में रखते हुए पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने एक बार फिर बड़ी कार्रवाई की है। सूत्रों के अनुसार, बीते 48 घंटों में पंजाब और हिमाचल प्रदेश में कुल 9 स्थानों पर छापेमारी की गई है।


🔍 किस मामले में हो रही है जांच?

यह कार्रवाई 2013–2015 के उस बहुचर्चित ड्रग्स तस्करी नेटवर्क से जुड़ी है, जिसमें पहले भी मजीठिया का नाम सामने आया था। आरोप है कि उन्होंने अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स सिंडिकेट के कुछ सदस्यों को राजनीतिक संरक्षण दिया और धनशोधन (money laundering) में संलिप्त रहे।

जांच में शामिल मुख्य धाराएँ:

  • NDPS Act, 1985 की धारा 25, 27A
  • IPC की धारा 120B (षड्यंत्र)
  • PMLA (Prevention of Money Laundering Act)

🕵️‍♂️ विजिलेंस की छापेमारी कहाँ‑कहाँ हुई?

पंजाब विजिलेंस ब्यूरो और ED (प्रवर्तन निदेशालय) की संयुक्त टीमों ने जिन स्थानों पर रेड की, वे इस प्रकार हैं: राज्य स्थान विवरण पंजाब मजीठा, अमृतसर, मोहाली मजीठिया के आवास, पूर्व सहयोगियों के घर और अकाली दल कार्यालय हिमाचल सोलन, धर्मशाला होटल और फार्महाउस, जिनका संबंध कथित लेन-देन से जुड़ा है

👉 पंजाब विजिलेंस विभाग के डीजी वरुण शर्मा ने पुष्टि की है कि कई डिजिटल डिवाइस, दस्तावेज और मोबाइल डेटा जब्त किया गया है।


📂 क्या मिला छापेमारी में?

  • ₹38 लाख नकद
  • विदेशों में संपत्ति से जुड़े दस्तावेज
  • 3 मोबाइल फोन और 2 लैपटॉप जिनमें अंतरराष्ट्रीय कॉल रिकॉर्ड
  • एक बैंक लॉकर की चाबी (अमृतसर ब्रांच)

🧾 बिक्रम मजीठिया की प्रतिक्रिया

बिक्रम मजीठिया ने इन छापों को “राजनीतिक प्रतिशोध” करार दिया है। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा:

“मेरे खिलाफ पहले भी झूठे केस बनाए गए थे, और अदालत से मुझे राहत मिली थी। यह AAP सरकार का डर है, जो 2027 के चुनाव से पहले राजनीतिक छवि बिगाड़ना चाहती है।”


⚖️ पिछली कानूनी स्थिति

  • 2022 में मजीठिया पर NDPS एक्ट के तहत केस दर्ज हुआ था।
  • चंडीगढ़ हाईकोर्ट से उन्हें जमानत मिली थी, लेकिन केस अभी भी पेंडिंग है।
  • ED ने भी 2023 में उनके खिलाफ पूछताछ की थी, लेकिन कोई ठोस चार्जशीट दाखिल नहीं हुई।

🗳️ राजनीतिक हलचल

पंजाब में विपक्षी दलों और राजनीतिक विश्लेषकों ने इसे आने वाले 2027 विधानसभा चुनावों से जोड़ कर देखा है।
AAP, कांग्रेस और BJP नेताओं ने इस मुद्दे पर तीखी प्रतिक्रिया दी:

  • AAP प्रवक्ता मलविंदर सिंह कांग: “ड्रग्स के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत ये कार्रवाई हुई है।”
  • कांग्रेस के प्रताप सिंह बाजवा: “यदि सबूत हैं, तो गिरफ्तारी हो, वरना यह सिर्फ दिखावा है।”
  • BJP पंजाब अध्यक्ष अश्विनी शर्मा: “राजनीतिक बदले का नया अध्याय शुरू हो गया है।”

📊 पंजाब में ड्रग्स की स्थिति – तथ्य और आंकड़े

वर्ष NDPS केस गिरफ्तारियाँ ड्रग्स जब्ती (किलो) 2023 10,340 12,768 हेरोइन: 546 किग्रा, चरस: 310 किग्रा 2024 11,240 13,945 हेरोइन: 623 किग्रा, चरस: 389 किग्रा 2025 (जन-मेई) 4,182 5,304 हेरोइन: 287 किग्रा, चरस: 172 किग्रा

स्रोत: पंजाब पुलिस NDPS यूनिट, 2025


🚨 आम जनता की राय

पंजाब में आम लोग इस कार्रवाई को मिली-जुली प्रतिक्रिया दे रहे हैं। कुछ इसे ‘जस्टिस की शुरुआत’ मानते हैं, जबकि कुछ को इसमें सियासी साजिश की बू आ रही है।

ट्विटर पर #MajithiaRaid ट्रेंड कर रहा है, जिसमें अब तक 1 लाख+ ट्वीट्स किए जा चुके हैं।


📌 निष्कर्ष

बिक्रम मजीठिया पर एक बार फिर क़ानूनी शिकंजा कसता दिख रहा है। आने वाले दिनों में यह साफ होगा कि यह कार्रवाई न्याय प्रक्रिया का हिस्सा है या राजनीतिक रणनीति। फिलहाल, पंजाब की सियासत में हलचल तेज है और ड्रग्स नेटवर्क के विरुद्ध राज्य सरकार का रुख कड़ा होता दिख रहा है।(Image source : jansatta.com)

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