📅 7 अक्टूबर 2025 | अहमदाबाद
🌟 परिचय
गुजरात में आज से राज्य की प्रगति और समर्पण की 24वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में “विकास सप्ताह (Vikas Saptah)” की शुरुआत की गई है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने अहमदाबाद में आयोजित भव्य समारोह में इस सप्ताह की औपचारिक शुरुआत करते हुए कहा कि “गुजरात मॉडल” आज पूरे देश के लिए विकास का प्रेरणास्रोत बन चुका है।
🏗️ विकास सप्ताह का उद्देश्य
यह सप्ताह गुजरात की 24 साल की विकास यात्रा को जनसामान्य तक पहुँचाने और जनता को राज्य की उपलब्धियों से अवगत कराने के उद्देश्य से मनाया जा रहा है।
इस दौरान राज्य के सभी जिलों और नगर निगमों में सामाजिक कल्याण, स्वास्थ्य, शिक्षा, और बुनियादी ढाँचे से जुड़ी नई योजनाओं का शुभारंभ किया जाएगा।
📅 प्रमुख कार्यक्रम
- नई कल्याण योजनाओं का शुभारंभ:
ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण और युवा रोजगार पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।- मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत 1.2 लाख नए लाभार्थियों को जोड़ा जाएगा।
- “गृह ज्योति अभियान” के माध्यम से 2.5 लाख ग्रामीण परिवारों को सौर ऊर्जा कनेक्शन उपलब्ध कराए जाएंगे।
- विकास प्रदर्शनी:
अहमदाबाद, राजकोट, सूरत और वडोदरा में विकास परियोजनाओं की प्रदर्शनी लगाई जाएगी, जहाँ जनता को राज्य की उपलब्धियों और नई तकनीकों की जानकारी दी जाएगी। - जन सहभागिता और शपथ ग्रहण:
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, कैबिनेट मंत्रियों और सरकारी अधिकारियों ने “भारत विकास प्रतिज्ञा (Bharat Vikas Pledge)” ली — जिसमें भ्रष्टाचार मुक्त शासन, सतत विकास और जनकल्याण के संकल्प लिए गए।
सरकारी स्कूलों और कॉलेजों में भी छात्रों द्वारा यह प्रतिज्ञा दिलाई जा रही है।
📊 आंकड़े और उपलब्धियाँ
- पिछले 24 वर्षों में गुजरात की राज्य सकल घरेलू उत्पाद (GSDP) में औसतन 10.2% वार्षिक वृद्धि दर्ज की गई है।
- राज्य में औद्योगिक निवेश ₹30 लाख करोड़ के पार पहुँच चुका है।
- ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली उपलब्धता 100% के करीब है।
- महिला स्व-सहायता समूहों की संख्या 7 लाख से अधिक हो गई है, जो आत्मनिर्भर गुजरात अभियान की रीढ़ बन चुकी हैं।
🗣️ मुख्यमंत्री का बयान
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा —
“विकास सप्ताह केवल उत्सव नहीं, बल्कि जनता को समर्पित हमारा वचन है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई विकास यात्रा को आगे बढ़ाना हम सभी का कर्तव्य है।”
उन्होंने यह भी कहा कि राज्य अगले पाँच वर्षों में हर गाँव तक शुद्ध जल और डिजिटल कनेक्टिविटी पहुँचाने का लक्ष्य लेकर काम कर रहा है।
🌍 निष्कर्ष
गुजरात का “विकास सप्ताह” केवल सरकारी उपलब्धियों का प्रदर्शन नहीं, बल्कि एक जन आंदोलन है — जो विकास को नागरिक सहभागिता से जोड़ता है। राज्य सरकार चाहती है कि यह अभियान आम लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाए और आने वाले वर्षों में गुजरात “हर क्षेत्र में आत्मनिर्भरता का प्रतीक” बने।


