📅 तारीख: 21 जून 2025
🏢 स्रोत: नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA), भारत
✈️ कंपनी: एयर इंडिया
मुख्य खबर:
भारत की प्रमुख विमान सेवा कंपनी एयर इंडिया एक बार फिर संकट के केंद्र में है। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने एयरलाइन की क्रू रोस्टरिंग (कार्यक्रम निर्धारण) में गंभीर लापरवाही और नियमों के उल्लंघन को देखते हुए तीन वरिष्ठ अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से उनके पद से हटाने का आदेश जारी किया है।
🚨 क्या है मामला?
बीते कुछ महीनों में एयर इंडिया की उड़ानों में बार-बार देरी, क्रू की अनुपलब्धता और उड़ानों के अचानक रद्द होने की शिकायतें DGCA को प्राप्त हो रही थीं। जांच के बाद DGCA ने पाया कि:
- क्रू मेंबर को तय घंटों से अधिक समय तक काम कराया जा रहा था।
- ड्यूटी शेड्यूल में उचित आराम अवधि का पालन नहीं किया गया।
- विमान संचालन की सुरक्षा प्रक्रियाओं को नजरअंदाज किया गया।
📊 जांच में सामने आए आँकड़े:
- 2025 की पहली तिमाही में 200+ फ्लाइट्स क्रू की अनुपलब्धता के कारण प्रभावित हुईं।
- एयर इंडिया की 70% घरेलू उड़ानें समय पर नहीं चल रही थीं।
- पायलट यूनियनों की शिकायतों की संख्या में 35% की वृद्धि हुई है।
👨✈️ किन अधिकारियों पर गिरी गाज?
DGCA ने तीन वरिष्ठ अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के बाद:
- मुख्य क्रू शेड्यूलिंग ऑफिसर
- फ्लाइट ऑपरेशन मैनेजर
- मानव संसाधन विभाग प्रमुख (क्रू डिवीजन)
को उनके पदों से तत्काल प्रभाव से हटाने के आदेश जारी किए हैं।
📢 DGCA का बयान:
“यात्रियों की सुरक्षा और सेवा सर्वोपरि है। यदि कोई एयरलाइन नियामकीय मानकों का पालन नहीं करती है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।” – DGCA प्रवक्ता
🧭 एयर इंडिया की प्रतिक्रिया:
एयर इंडिया ने आधिकारिक बयान में कहा है कि वे DGCA के आदेश का सम्मान करते हैं और सभी नीतियों को ठीक करने हेतु आंतरिक समीक्षा शुरू कर दी गई है। साथ ही एक नई ऑटोमैटिक क्रू मैनेजमेंट प्रणाली लागू करने की भी योजना बनाई गई है।
✈️ प्रभाव यात्रियों पर:
इस लापरवाही से:
- हजारों यात्रियों को देरी और उड़ान रद्दीकरण का सामना करना पड़ा।
- प्रमुख शहरों की 40% उड़ानों पर असर पड़ा (विशेषतः दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु रूट)।
- ग्राहक संतुष्टि स्कोर में 20% की गिरावट दर्ज की गई।


