भारत में आज, 9 सितंबर 2025, का दिन राजनीतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। देश में उपराष्ट्रपति चुनाव 2025 का आयोजन हो रहा है। यह चुनाव भारतीय लोकतंत्र की एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है, जिसमें देश का दूसरा सर्वोच्च संवैधानिक पद भरने के लिए मतदान हो रहा है। इस बार मुकाबला भारतीय जनता पार्टी (BJP) के उम्मीदवार C. P. राधाकृष्णन और इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस (INDIA) के उम्मीदवार B. सुदर्शन रेड्डी के बीच है।
📜 चुनाव का संवैधानिक आधार
भारत में उपराष्ट्रपति का चुनाव भारतीय संविधान के अनुच्छेद 67 के अंतर्गत आयोजित किया जाता है। संविधान के अनुसार उपराष्ट्रपति की भूमिका राज्यसभा के सभापति के रूप में होती है। यह पद भारतीय राजनीति में बेहद प्रभावशाली माना जाता है क्योंकि उपराष्ट्रपति संसद की उच्च सभा की कार्यवाही को संचालित करते हैं।
✅ मुख्य उम्मीदवार
उम्मीदवार पार्टी पृष्ठभूमि C. P. राधाकृष्णन बीजेपी पूर्व केंद्रीय मंत्री, दक्षिण भारत से अनुभवी नेता B. सुदर्शन रेड्डी इंडिया ब्लॉक वरिष्ठ राजनीतिक चेहरा, सामाजिक न्याय और क्षेत्रीय मुद्दों पर सक्रिय
दोनों उम्मीदवारों के बीच कड़ी टक्कर मानी जा रही है। बीजेपी ने अपने उम्मीदवार के रूप में अनुभवी और संघ से जुड़े नेता राधाकृष्णन को चुना है, जबकि विपक्ष ने विविध दलों के समर्थन से सुदर्शन रेड्डी को मैदान में उतारा है।
🗳 मतदान प्रक्रिया
✔ चुनाव में सांसदों (लोकसभा और राज्यसभा) द्वारा मतदान किया जाएगा।
✔ कुल मतदान संख्या लगभग 780 सांसदों की है।
✔ मतदान गोपनीय बैलट के माध्यम से होगा।
✔ परिणाम उसी दिन या अगले दिन घोषित किए जा सकते हैं।
✔ जीत के लिए आवश्यक बहुमत 391 मत है।
📊 राजनीतिक समीकरण
✔ बीजेपी और उसके सहयोगी दलों के पास बहुमत है, जिससे राधाकृष्णन की जीत की संभावना मजबूत मानी जा रही है।
✔ विपक्ष ने संयुक्त मोर्चा बनाकर चुनाव को प्रतिष्ठा का प्रश्न बनाया है।
✔ कई छोटे क्षेत्रीय दलों की भूमिका निर्णायक हो सकती है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह चुनाव केवल पद का चयन नहीं, बल्कि आगामी राजनीतिक दिशा तय करने वाला है। संसद में स्थिरता और नीति निर्माण में उपराष्ट्रपति की भूमिका महत्वपूर्ण होगी।
🗞 मतगणना और परिणाम
✔ वोटिंग शाम तक समाप्त होगी
✔ मतों की गिनती अगले दिन सुबह शुरू होगी
✔ परिणाम संसद सचिवालय द्वारा घोषित किए जाएंगे
✔ नतीजे पूरे देश में मीडिया और सरकारी चैनलों पर उपलब्ध होंगे
📢 जनता और नेताओं की प्रतिक्रिया
✔ राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यह चुनाव राष्ट्रीय राजनीति की धुरी बनेगा।
✔ समर्थकों ने अपने-अपने उम्मीदवारों के लिए प्रचार अभियान तेज कर दिया है।
✔ सोशल मीडिया पर चुनाव को लेकर व्यापक चर्चा चल रही है।
✔ संसद भवन और दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है।
🎯 उपराष्ट्रपति की भूमिका क्यों महत्वपूर्ण है?
✔ राज्यसभा की कार्यवाही का संचालन
✔ विवाद की स्थिति में संसद में निर्णय लेने में सहायक
✔ राष्ट्रपति के अनुपस्थिति में कार्यभार संभालना
✔ विदेशी नेताओं के साथ संवाद में प्रतिनिधित्व
✔ नीति निर्माण में अप्रत्यक्ष योगदान
✅ निष्कर्ष
भारत में उपराष्ट्रपति चुनाव 2025 देश की लोकतांत्रिक प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। बीजेपी के C. P. राधाकृष्णन और विपक्ष के B. सुदर्शन रेड्डी के बीच कड़ा मुकाबला हो रहा है। संसद में मतदान की प्रक्रिया पूरी होने के बाद देश को नया उपराष्ट्रपति मिलेगा, जो संसद की कार्यवाही को दिशा देगा और राजनीतिक स्थिरता सुनिश्चित करेगा। यह चुनाव न केवल संवैधानिक प्रक्रिया है, बल्कि राजनीतिक समीकरणों का भी प्रतिबिंब है।


