📊 शीर्ष 10 भारतीय कंपनियाँ और उनकी बाजार पूंजी
जून 2025 में, भारत की शीर्ष 10 कंपनियों की बाजार पूंजी निम्नलिखित है: रैंक कंपनी का नाम बाजार पूंजी (₹ लाख करोड़) क्षेत्र 1 रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) 18.87 तेल एवं गैस 2 एचडीएफसी बैंक 14.69 बैंकिंग 3 टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) 12.41 सूचना प्रौद्योगिकी 4 भारती एयरटेल 10.57 दूरसंचार 5 आईसीआईसीआई बैंक 10.14 बैंकिंग 6 स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) 7.02 बैंकिंग 7 इंफोसिस 6.19 सूचना प्रौद्योगिकी 8 हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (HUL) 5.48 उपभोक्ता वस्तुएँ 9 आईटीसी लिमिटेड 5.31 उपभोक्ता वस्तुएँ 10 भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) 5.00 बीमा
📈 बाजार पूंजी में वृद्धि
हाल ही में, भारत की शीर्ष 10 कंपनियों में से चार ने संयुक्त रूप से ₹1,01,369.5 करोड़ की बाजार पूंजी जोड़ी है। इसमें भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) प्रमुख योगदानकर्ता रहा है। यह वृद्धि दर्शाती है कि प्रमुख भारतीय कंपनियाँ आर्थिक अनिश्चितताओं के बावजूद निवेशकों का विश्वास बनाए रखने में सफल रही हैं।
🌐 समग्र बाजार परिदृश्य
मार्च 2025 के शिखर के बाद से, भारतीय शेयर बाजार की कुल बाजार पूंजी में ₹30 लाख करोड़ की गिरावट आई है। इस गिरावट का मुख्य कारण वैश्विक व्यापार तनाव और अमेरिकी टैरिफ नीतियाँ हैं, जिनके चलते निवेशकों में सतर्कता बढ़ी है।
🏢 उद्योगवार विश्लेषण
- बैंकिंग और वित्तीय सेवाएँ: एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया जैसे प्रमुख बैंकिंग संस्थानों ने मजबूत प्रदर्शन किया है।
- सूचना प्रौद्योगिकी: टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और इंफोसिस ने तकनीकी सेवाओं में अपनी पकड़ बनाए रखी है।
- उपभोक्ता वस्तुएँ: हिंदुस्तान यूनिलीवर और आईटीसी ने उपभोक्ता मांग में स्थिरता दिखाई है।
- बीमा: भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने बीमा क्षेत्र में अपनी प्रमुखता बनाए रखी है।
📌 निष्कर्ष
जून 2025 में, भारतीय कंपनियों की बाजार पूंजी में उतार-चढ़ाव देखा गया है। हालांकि कुछ कंपनियों ने उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की है, लेकिन समग्र बाजार पर वैश्विक आर्थिक कारकों का प्रभाव पड़ा है। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे सतर्क रहें और दीर्घकालिक निवेश रणनीतियों पर ध्यान केंद्रित करें।


