30 जुलाई 2025, मुंबई।
टाटा स्टील लिमिटेड आज (30 जुलाई 2025) अपने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (Q1 FY26) के वित्तीय नतीजे घोषित करने जा रही है। बाजार विशेषज्ञों और विश्लेषकों का अनुमान है कि कंपनी का शुद्ध लाभ (Profit After Tax – PAT) वर्ष दर वर्ष आधार पर लगभग 55% तक बढ़ सकता है, जो निवेशकों के लिए एक सकारात्मक संकेत है।
🧾 अनुमानित आंकड़े:
शुद्ध लाभ (PAT): ₹1,300–₹1,500 करोड़ (YoY ~55% वृद्धि)
कुल राजस्व: ₹58,000–₹60,000 करोड़ (YoY ~3–5% गिरावट)
EBITDA मार्जिन: 11–13% के बीच
EPS: ₹1.1–₹1.3 अनुमानित
📉 क्यों गिर सकता है राजस्व?
हालांकि कंपनी का लाभ बढ़ने की संभावना है, लेकिन कुल राजस्व में थोड़ी गिरावट का अनुमान लगाया जा रहा है। इसका मुख्य कारण अंतरराष्ट्रीय बाजारों में स्टील की कीमतों में नरमी और यूरोपीय यूनिट्स में कमजोर डिमांड बताया जा रहा है।
📈 लाभ बढ़ने के मुख्य कारण:
1. भारत में मजबूत प्रदर्शन:
घरेलू बाजार में मांग में स्थिरता और टाटा स्टील इंडिया की उत्पादन लागत पर बेहतर नियंत्रण ने कंपनी के मुनाफे को सहारा दिया है।
2. कच्चे माल की लागत में गिरावट:
कोकिंग कोल और आयरन ओर की कीमतों में गिरावट ने कंपनी के ऑपरेटिंग मार्जिन को सुधारने में मदद की।
3. यूरोपीय कारोबार में सुधार की उम्मीद:
टाटा स्टील यूरोप (TSE) में चालू तिमाही में घाटा घटने की संभावना है। कंपनी ने वहां लागत कटौती और परिचालन क्षमता बढ़ाने पर जोर दिया है।
4. स्ट्रैटेजिक विस्तार और डिब्ट कंट्रोल:
कंपनी ने हाल ही में भारत में कई विस्तार प्रोजेक्ट्स की घोषणा की है, और कर्ज को भी नियंत्रित दायरे में रखा है।
🧮 स्टॉक प्रदर्शन:
Tata Steel शेयर मूल्य (29 जुलाई 2025): ₹132.80
52-Week Range: ₹104.45 – ₹138.90
Market Cap: ₹1.60 लाख करोड़ के पार
🧠 एक्सपर्ट राय:
Motilal Oswal, ICICI Securities और Kotak Institutional Equities जैसे ब्रोकरज हाउस का मानना है कि कंपनी का आने वाला तिमाही प्रदर्शन “अनुकूल” रहेगा, खासकर घरेलू बिज़नेस से।
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✍️ निष्कर्ष:
टाटा स्टील का Q1 FY26 परिणाम निवेशकों के लिए उत्साहजनक हो सकता है। हालांकि राजस्व में गिरावट एक चिंता का विषय हो सकता है, लेकिन कंपनी का लाभप्रदता में उछाल और यूरोपीय कारोबार में सुधार इसकी स्थिरता को दर्शाता है। स्टील सेक्टर की नजरें इस पर टिकी होंगी कि आने वाली तिमाहियों में कंपनी कैसा प्रदर्शन करती है।


